Wednesday, 7 November 2018

जश्न ए चरागा के मुक़द्दस मौके पर शमीम ए क़ल्ब के साथ दिली मुबारक़बाद कबूल फ़रमाए। झिलमिलाते हुए चराग-इ-मुतबर्रिक़ की तज़ल्ली से आपके दौलतखाने का गोशा गोशा ज़ियाबार हो। दिपावाली की पहली मौज ए नसीम के साथ आपका दामन मुहब्बत की खुशबू के अहसास से मालामाल हो। तमाम मुबारका


जश्न ए चरागा के मुक़द्दस मौके पर शमीम ए क़ल्ब के साथ दिली मुबारक़बाद कबूल फ़रमाए। झिलमिलाते हुए चराग-इ-मुतबर्रिक़ की तज़ल्ली से आपके दौलतखाने का गोशा गोशा ज़ियाबार हो। दिपावाली की पहली मौज ए नसीम के साथ आपका दामन मुहब्बत की खुशबू के अहसास से मालामाल हो। तमाम मुबारका

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