नया निज़ाम, नई बंदिशें, ऐलान नया ,
हम फक़त लश्कर ए शाही के ही माफ़िक़ सोचें ,
साहिब ए वक़्त ने ये हुक्म किया है जारी ,
अपने नस्लों से कहो मेरे मुताबिक़ सोचें..!
हम फक़त लश्कर ए शाही के ही माफ़िक़ सोचें ,
साहिब ए वक़्त ने ये हुक्म किया है जारी ,
अपने नस्लों से कहो मेरे मुताबिक़ सोचें..!
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