Wednesday 25 September 2019
Tuesday 17 September 2019
सहायक अभियंता की बर्खास्तगी पर रोक
सहायक अभियंता की बर्खास्तगी पर रोक
जबलपुर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी डिण्डौरी में पदस्थ एक सहायक अभियंता की बर्खास्तगी आदेश पर स्थगन आदेश जारी किया है। न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी की एकलपीठ ने पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक, सीई जबलपुर क्षेत्र और एसई डिण्डौरी को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब-तलब किया है। अधिवक्ता विजय राघव सिंह और मनोज चतुर्वेदी ने दलील दी कि सहायक अभियंता रविशंकर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम का प्रकरण दर्ज किया गया है। 5 सितंबर 2019 को जबलपुर क्षेत्र के सीई ने आदेश जारी कर उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया है। याचिकाकर्ता की सेवा समाप्त करने के पहले उसे सुनवाई का अवसर नहीं दिया गया। एकलपीठ ने सहायक अभियंता की बर्खास्तगी आदेश पर रोक लगा दी है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने किया ग्राहकों का सम्मान
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने होटल समदड़िया में 85वां स्थापना दिवस मनाया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मधु यादव रहीं। विशिष्ट अतिथि शारदा शक्ति पीठ, मैहर के प्रधान पुजारी देवी प्रसाद महाराज उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जबलपुर अंचल के अंचल प्रमुख वैभव काले व उप अंचल प्रबंधक वीपी खापेकर व एआरबी के मुखिया जय सिम्हा रेड्डी ने आए हुए सभी ग्राहकों का सम्मान किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी ग्राहकों को वैभव काले ने अपने अंचल की शाखाओं व व्यापार के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में अंचल की शाखाओं में से कुछ शाखाएं जिन्होंने उत्कृष्ट कार्य किया उनके शाखा प्रबंधकों को अतिथियों व अंचल प्रबंधक व उप अंचल प्रबंधक द्वारा सम्मानित किया गया। अंचल द्वारा हिंदी माह के अंतर्गत आयोजित स्पर्धा में अव्वल आए प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन अंचल कार्यालय के वरिष्ठ प्रबंधक आलोक कुमार ने किया। स्वागत भाषण अंचल कार्यालय में कार्यरत सीपीसी की मुखिया संजू कुमारी व आभार प्रदर्शन वसूली विभाग के मुखिया राजकिशोर रंजीत ने किया। आयोजन में जबलपुर अंचल कार्यालय के अधिकारी, कर्मचारी व शहर, बाहर से आए सभी मुख्य प्रबंधकों व शाखा प्रबंधकों का सहयोग रहा।
Monday 16 September 2019
ज़ाहिद शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर या वो जगह बता दे जहाँ पर ख़ुदा न हो
एक ही विषय पर 6 महान शायरों का नजरिया –
Mirza Ghalib :
“शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर
या वो जगह बता जहाँ पर ख़ुदा नहीं”
Iqbal :
“मस्जिद ख़ुदा का घर है, कोई पीने की जगह नहीं ,
काफिर के दिल में जा, वहाँ पर ख़ुदा नहीं ”
Ahmad Faraz :
“काफिर के दिल से आया हूँ मैं ये देख कर वहाँ पर
जगह नही,
खुदा मौजूद है वहा भी, काफिर को पता नहीं ”
Wasi : “खुदा तो मौजूद दुनिया में कही भी जगह
नही,
तू जन्नत में जा वहाँ पीना मना नहीं ”
Saqi :
“पीता हूँ ग़म-ए-दुनिया भुलाने के लिए अौर कुछ
नही,
जन्नत में कहाँ ग़म है वहाँ पीने में मजा नहीं”
Sharabi:
“हम पीते हैं मज़े के लिए, बेवजह बदनाम गम है,
पुरी बोतल पीकर देखों, फिर दुनिया क्या जन्नत से
कम है
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